क्यूं बार बार आंखों मन तुम करवट ले हो - The Indic Lyrics Database

क्यूं बार बार आंखों मन तुम करवट ले हो

गीतकार - गुलजार | गायक - चित्रा | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - फिलहाल | वर्ष - 2002

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क्यूँ बार बार आँखों में तुम करवट लेते हो
ना सोते हो ना मुझको सोने देते हो
क्यूँ बार बार ...
आ हो हो होकहाँ छुपे हो सीने में तुम
साँसें भारी रहती हैं
ओ नींद में हो या सपनों में
क्यूँ पलकें भारी रहती हैं
आ हा हा हा
क्यूँ बार बार ...सारे रंग तुम अपने रखना
आँख का रंग तो मेरा हो
हो थोड़ी थोड़ी शाम की रंगत
हल्का हल्का सवेरा हो
हो हो हो हो
क्यूँ बार बार ...