हुजूर-ए-वाला, जो हो इज़ाजत - The Indic Lyrics Database

हुजूर-ए-वाला, जो हो इज़ाजत

गीतकार - कश्मिरी | गायक - आशा भोसले - मीनू पुरषोत्तम | संगीत - ओ. पी. नय्यर | फ़िल्म - ये रात फिर ना आएगी | वर्ष - 1965

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हुजूर-ए-वाला, जो हो इज़ाजत
तो हम ये सारे जहां से कह दे
तुम्हारी अदाओं पे मरते हैं हम
ये किसने कहा है कि डरते हैं हम
क्यों न कह दे मोहब्ब्त खुदा है
ये हकीकत नहीं है तो क्या है
ओ दिलवाले, दांव लगा ले
कर दिया दिल को तेरे हवाले
बड़ा लुत्फ़ छुपछुप के जलने में है
मजा तीर खाकर संभलने में है
देखिए तो जरा मुस्कुराके
कौन बैठा है पहलू में आके
ओ दिलवाले, दांव लगा ले
कर दिया दिल को तेरे हवाले
ये नीची निगाहें गजब कर गई
पता न चला ज़ुल्म कब कर गई