जाने अनजाने लोग मिल मगर कोई मिला ना अपना - The Indic Lyrics Database

जाने अनजाने लोग मिल मगर कोई मिला ना अपना

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - किशोर कुमार | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - जाने अंजाने | वर्ष - 1971

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जाने-अनजाने लोग मिले मगर कोई मिला ना अपना हो -२
जाने क्या हमने सोचा था रह गया बन के सपना ओ
जाने-अनजाने लोग ...( मिला ना कोई ऐसा इन्साँ दिल का दर्द मिटाता
कम से कम दो बात तो करता दिल की आस बँधाता ) -२
दर्द भरा है अफ़साना भाग्य में लिखा तड़पना
जाने-अनजाने लोग ...( आस-निरास के दोराहे पर दिल तो हमारा टूटा
इस क़िस्मत ने धीरे-धीरे अपना सब कुछ लूटा ) -२
भीग चुकी हैं ये पलकें भूल गए हम हँसना
जाने-अनजाने लोग ...