बिछड़े हुए परदेसी - The Indic Lyrics Database

बिछड़े हुए परदेसी

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - शंकर जयकिशन | फ़िल्म - बरसात | वर्ष - 1949

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बिछड़े हुए परदेसी एक बार तो आना तू
जब आँख मिलाई है नज़रें न चुराना तू
वादे भी किए तूने खाई थी क़सम मेरी
वादों पे ही जीती हूँ है आस मुझे तेरी
इतनी है अरज़ मेरी मुझको न भुलाना तू
दुनिया मुझे छीने है सबने मुझे घेरा है
और मेरी जुबाँ पर तो बस नाम ही तेरा है
दुनिया न हँसे मुझपर इतना न रुलाना तू
गैरों का न हो जाना जब अपना बनाया है
पास आ के न खो जाना जब दिल में बसाया है
जो बात कही तूने वो बात निभाना तू