हुस्न चला कुछ ऐसी चाल - The Indic Lyrics Database

हुस्न चला कुछ ऐसी चाल

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता - रफी | संगीत - कल्याणजी आनंदजी | फ़िल्म - ब्लफमास्टर | वर्ष - 1963

View in Roman

हुस्न चला कुछ ऐसी चाल
दीवाने का पूछ ना हाल
प्यार की कसम कमाल हो गया
अजी दिल को अब तक है इन्कार
आँखें कर बैठी इकरार
प्यार की कसम कमाल हो गया

कभी पास आए, कभी दूर जाए
के हैं दिल चुराने की लाखों अदाये
नही तीर निकला अभी तक कमान से
कोई उनसे कह दे के दिल को बचाए
कहाँ तक रहोगे यह दामन बचाके
के मुश्किल है बचना निशाने पे आके
हमारा हैं क्या हम तो मिटके रहेंगे
जहाँ तुमने देखा ज़रा मुस्कुराके

यह दिन हैं तुम्हारे, जमाना तुम्हारा
निगाहें उधर हैं, इधर है इशारा
यह पैगाम देते हैं ज़ुल्फों के साये
चला आए जो है मोहब्बत का मारा