गोविंदा आला रे आला जरा मटकी सम्भल ब्रिजबाला - The Indic Lyrics Database

गोविंदा आला रे आला जरा मटकी सम्भल ब्रिजबाला

गीतकार - राजिंदर कृष्ण | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - ब्लफ़ मास्टर | वर्ष - 1963

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र : गोविंदा आला रे आला ज़रा मटकी स.म्भाल बृजबाला
को : गोविंदा आला रे ...
र : अरे एक दो तीन चार संग पाँच छः सात हैं ग्वाला
को : अरे एक दो तीन ...र : आई माखन के चोरों की सेना
को : आई माखन के चोरों की सेना
र : ज़रा बचके स.म्भल के जी रहना
को : ज़रा बचके स.म्भल के जी रहना
र : बड़ी नटखट है फ़ौज कहीं आई जो मौज
( नहीं बचने का ) -२ कोई भी ताला ताला
गोविंदा आला रे ...हो कैसी निकली है झूम के ये टोली
को : हो कैसी निकली है झूम के ये टोली
र : आज खेलेगी दूध से ये होली
को : आज खेलेगी दूध से ये होली
र : भीगे कितना भी अंग ठंडी हो ना उमंग
( पड़े इनसे ) -२ किसी का न पाला पाला
गोविंदा आला रे ...