आमदानी अथन्नी खरचा रूपैया: - The Indic Lyrics Database

आमदानी अथन्नी खरचा रूपैया:

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - आशा भोंसले, महेंद्र कपूर, कमल बरोट | संगीत - कल्याणजी, आनंदजी | फ़िल्म - किशोर बहुरियां | वर्ष - 1968

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बच्चे : आमदनी अट्ठन्नी खचर्आ रुपैया
आमदनी अट्ठन्नी खचर्आ रुपैया
भैय्या न पूछो न पूछो हाल
नतीजा ठन ठन गोपालदादा : एक दो तीन चार पाँच छः सात आठ ह्म्म्म...
बच्चे : आमदनी अट्ठन्नी खचर्आ रुपैया
भैय्या न पूछो न पूछो हाल
नतीजा ठन ठन गोपालदादा : जो कुछ अपने पास है बच्चों उस से काम चलाओ
बच्चे : जो कुछ अपने पास है Mummyउस से काम चलाओ
Daddyउस से काम चलाओ
बहुएं : तुम हो बच्चे अकल के कच्चे हम को न समझाओ
जाओ हम को न समझाओ
बोलो बोलो? अब क्य बोले?
दादा : जो कुछ नहीं है उस के खातिर जो है वो न खोना
बच्चे : जो कुछ नहीं है उस के खातिर जो है वो न खोना
देखो जो है वो न खोना
चूँ चूँ चूँ चूँ
चिड़िया चुग गयी खेत तो फिर न रोना
Mummyऊँह ऊँह फिर न रोना
दादा : चर कमाये, आठ लगाये
बच्चे : चर कमाये आठ लगाये बाबू कन्हैय्यालाल
नतीजा ठन ठन गोपालबहुएं : देखो ससुरजी, अपने पड़ोसी
देखो ससुरजी, अपने पड़ोसी, हैं किस शान से रहते
देखो हैं किस शान से रहते
दादा : हर जो चीज़ चमकती है उसको सोना नहीं कहते
हाँ उसको सोना नहीं कहते
बेटे : आप पिताजी बूढ़े हो गये fashionकैसे भाये
बापू fashionकैसे भाये?
दादा : रंग गधे को कर लो तो क्या बन जाती है गाय
बोलो बन जाती है गाय?
बेटे : Daddyये ये ये, Daddyये ये ये
हमको भाये हलवा पूरी
हमको भाये हलवा पूरी आपको रोटी दाल
बच्चे : नतीजा ठन ठन गोपालबेटे : जो होगा देखा जायेगा दो दिन मौज उड़ा लें
हाँ हाँ दो दिन मौज उड़ा लें
बच्चे : घर में बिजली नहीं तो क्या घर को आग लगा लें
बोलो घर को आग लगा लें
दादा : बोलो बोलो चुप क्यों हो गये
बेटे : तुम क्या जानो बापू दुनिया बदले शाम-सवेरे
दुनिया बदले शाम-सवेरे
दादा : मैं हूँ बाप तुम्हारा बेटा या तुम बाप हो मेरे
बोलो क्या तुम बाप हो मेरे?
बच्चे : भूला भूला कौआ भूला
कौआ भूला अपनी चाल
चला जो हँस की चाल
नतीजा ठन ठन गोपल!आमदनी अट्ठन्नी खचर्आ रुपैया
भैय्या न पूछो न पूछो हाल
नतीजा ठन ठन गोपाल