मुझे गम ए हलात की तसवीर समाझना - The Indic Lyrics Database

मुझे गम ए हलात की तसवीर समाझना

गीतकार - मसरूर अनवर | गायक - नूरजहां | संगीत - नशद | फ़िल्म - सुहाग (पाकिस्तानी-फिल्म) | वर्ष - 1972

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मुझ को ग़म-ए-हालात की तस्वीर समझ्ना
इस ख़त को मेरी आख़िरी तहरीर समझ्नाअफ़्साना ग़म-ए-दिल का तुझे कैसे सुनाऊं
टूटा जो सितम दिल पे तुझे कैसे बताऊं
इस पयार को बिगड़ी हुई तक़दीर समझ्नाचाहा तो बुहत मैं ने तेरा साथ न छुटे
हाथों से मेरे तेरा कभी हाथ न छुटे
इस ख़्ह्वाब को क़िसमत की ताबीर समझ्ना