ना बोले, ना बोले , ना बोले रे - The Indic Lyrics Database

ना बोले, ना बोले , ना बोले रे

गीतकार - राजेन्द्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सी. रामचंद्र | फ़िल्म - आज़ाद | वर्ष - 1955

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ना बोले, ना बोले, ना बोले रे
घूँघट के पट ना खोले रे
राधा, ना बोले, ना बोले, ना बोले रे
राधा की लाज भरी अँखियों के डोरे
देखोगे कैसे अब गोकुल के छोरे
देखो मोहन का मनवा डोले रे
याद करो जमुना किनारे, सांवरीया
फोडी थी राधा की काहे गगरिया
इस कारन ना तुम संग बोले रे
रूठी हुई यूँ ना मानेगी छलिया
चरणों में राधा के रख दो मुरलिया
बात बन जाएगी होले होले