गीतकार - गुलजार | गायक - येसुदास | संगीत - इल्लया राजा | फ़िल्म - सदमा | वर्ष - 1983
View in Romanसुरमई अँखियों में
नन्हा मुन्ना एक सपना दे जा रे
निंदिया के उड़ते पाख़ी रे
अँखियों में आजा साथी रे
सच्चा कोई सपना दे जा
मुझको कोई अपना दे जा
अंजाना सा, मगर कुछ पहचाना सा
हल्का फुल्का शबनमी
रेशम से भी रेशमी
सुरमई अँखियों में ...
रात के रथ पर जानेवाले
नींद का रस बरसाने वाले
इतना कर दे कि मेरी आँखें भर दे
आँखों में बसता रहे
सपना ये हँसता रहे
सुरमई अँखियों में ...