कोई प्यार की देखे जादूगरी - The Indic Lyrics Database

कोई प्यार की देखे जादूगरी

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - लता - रफी | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - कोहिनुर | वर्ष - 1960

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कोई प्यार की देखे जादूगरी
गुलफ़ाम को मिल गई सब्ज़परी
डर आज नहीं है क़ातिल का
आसान है रस्ता मंज़िल का
नैनों में नया एक सपना है
अब सारा ज़माना अपना है
दुनिया है हमारी प्यार भरी
हम प्यार के पंछी मस्ताने
कोई रंग हमारे क्या जाने
नहीं एक ठिकाना जीवन में
कल क़ैद में थे अब गुलशन में
तक़दीर की है सब कारीगरी