कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए - The Indic Lyrics Database

कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - आन मिलो सजना | वर्ष - 1970

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फ़लक से तोड़कर देखो सितारे लोग लाए हैं
मगर मैं वो नहीं लाया जो सारे लोग लाए हैं
कोई नज़राना लेकर आया हूँ मैं दीवाना तेरे लिए
आज छलका है खुशियों से दिल का पैमाना तेरे लिए
सभी के दिलो को ये धड़का रहा है
समा साज़-ए-दिल पे गज़ल गा रहा है
सारी बाते रुक गई है
सबकी आँखें झुक गई है
तेरी महफिल में आया शायर कोई मस्ताना तेरे लिए
कहेगी निगाहें सुनेगी निगाहें
जुबान से ना होगी बयां ये कहानी
हो मुबारक़ ये हसीन दिन
कोई समझा न तेरे बिन
मेरे चेहरे पे दिल ने लिखा है एक अफ़साना तेरे लिए
तुझे दुश्मनों की नज़र लग न जाए
रहें दूर तुझसे सदा ग़म के साए
गुनगुनाए तू हमेशा
मुस्कुराए तू हमेशा
गुलशन बन जाए उम्मीदोंका हर एक वीराना तेरे लिए