कोई नहीं है फिर भी है मुझको - The Indic Lyrics Database

कोई नहीं है फिर भी है मुझको

गीतकार - मजरूह सुल्तानपुरी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - लक्ष्मीकांत प्यारेलाल | फ़िल्म - पत्थर के सनम | वर्ष - 1967

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कोई नहीं है फिर भी है मुझको
क्या जाने किसका इंतजार
ये भी ना जानूँ लहराके आँचल
किसको बुलाए बार बार
सोचूँ ये हैं उंगलियाँ किसके प्यारकी
गालों को छूए जो डाली बहार की
कौन है ऐ हवा, ऐ बहार
पानी में छबी मैं देखूँ खड़ी खड़ी
बालों में सज़ा के कलियाँ बड़ी बड़ी
फिर बनूँ आप ही बेकरार
वादी में निशान मेरे ही पाँव के
फूलों पे है रंग मेरी ही छाँव के
फिर भी क्यों आए ना ऐतबार