तुम से दूर चले - The Indic Lyrics Database

तुम से दूर चले

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - हेमंत, लता | संगीत - कानू घोष | फ़िल्म - प्यार की राहें | वर्ष - 1959

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ह तुम से दूर चले
हम मजबूर चले
प्यार भरे दिल मिल न सके
नील गगन के तले
नील गगन के तले ...
ना तेरा ख़ता ना मेरी ख़ता
ये हैं क़िसमत की खेल
ह तुम भी चाहो हम भी चाहें
हो न सके पर मेल
मैं मजबूर हुई
तुमसे दूर हुई
रूठी हुई तक़दीर के आगे
किसका ज़ोर चले
किसका ज़ोर चले ...
ह सुख चैन गया अरमाँ लूटे
इस प्यार की राहों में
ओ प्रीत मेरी ओ मीत मेरे
ढल गए आहों मे
ह तुम बिन रह न सकूँ
पर कुछ कह न सकूँ
लोक लाज के घूंघट मे
रो रो कोई जले
रो रो कोई जले ...$