तेरी खुश्बू - The Indic Lyrics Database

तेरी खुश्बू

गीतकार - रश्मि सिंह | गायक - पालक मुच्छल | संगीत - जीत गणनगुली | फ़िल्म - मिस्टर एक्स | वर्ष - 2015

Song link

View in Roman

तेरी खुशबू और तेरी सांसें 
क़तरा क़तरा सब भुलायेंगे 
सिलवटें जो तुमने छोड़ी है
धीरे-धीरे सब मिटायेंगे 

काटने को इतनी लम्बी उम्र आगे है 
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
आँख नम होती है होने दो 
होंठ लेकिन मुस्कुराएंगे 
उसकी रातों से सुबह अपनी 
रफ्ता रफ्ता खींच लाएंगे 

ऐसा कोई दिल नहीं जो कभी टूटा नहीं 
कांच से उम्मीद क्या रखना 
ऐसा कोई दिल नहीं जो कभी टूटा नहीं 
कांच से उम्मीद क्या रखना 

काटने को इतनी लम्बी उम्र आगे है 
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे है
आँख नम होती है होने दो 
होंठ लेकिन मुस्कुराएंगे 
उसकी रातों से सुबह अपनी 
रफ्ता रफ्ता खींच लाएंगे 

चल नयी शुरुआत कर 
भूल के जो हो गया 
हाथ पे यूँ हाथ क्या रखना 
हो.. चल नयी शुरुआत कर 
भूल के जो हो गया 
हाथ पे यूँ हाथ क्या रखना.. 

काटने को इतनी लम्बी उम्र आगे है 
जाने किसके पीछे तू बेवजह भागे हैं 

तेरी खुशबू और तेरी सांसें 
क़तरा क़तरा सब भुलायेंगी 
सिलवटें जो तुमने छोड़ी हैं 
धीरे-धीरे सब मिटायेंगे