मेरे मन बाजा मिरादंग मदन रंग लाया रे - The Indic Lyrics Database

मेरे मन बाजा मिरादंग मदन रंग लाया रे

गीतकार - इन्दीवर | गायक - अनुराधा पौडवाल, मोहम्मद अज़ीज़ | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - उस्ताद | वर्ष - 1989

View in Roman

मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे
मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे
मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे
मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे
मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे
मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे

अहा
अहा अहा

गोरी ओ गोरी आयी कर के तू चोरी
गोरी ओ गोरी आयी कर के तू चोरी
बोल आँचल तले क्या छुपाई री
कच्छी उमरिया हैं
ओछी चुनारिया हैं
कच्छी उमरिया हैं
ओछी चुनारिया हैं
मैं कैसे तो जॉबन छुपाऊँ री
गोरी ओ गोरी हम तो पकड़ेगे चोरी
दे दे सीधे से तुने जो छुपाया री

ओ मदन राग लाया रेमेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे
मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे

है.. है.. है.. है..
तेरह उलझे उलझे बाल नैन हैं
लाल लगे तुने गहरी छानी हैं
झुक झूम रही नहीं भूल रही
तेरी चाल गजब बौरानी हैं
तेरा अधर रंग भारता उमग
मेरे मन मैं ऐसा समाया रे
मिले आग-आग जैसे जल मैं राग
हम हो अनाग मन भाया रे
ओ मदन राग लाया रे

मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे
मेरे मन बाजा मिरदाग
मंजीरा खनके रे एंगे एंगे
अजब मद छाया रे
मदन राग लाया रे

सोने की पिचकारी ऐसे चला दो
धरती से अम्बर तक झूला डाला दो
ऊँची उठानों का सुख तो दिला दो
सह्लूँगी सय्यान की सिजरिया पिया
इसे जॉबन का रस तो चढ़ा दो पिया
ओ मदन राग लाया रे
ओ मदन राग लाया रे
ओ मदन राग लाया रे
ओ मदन राग लाया रे
ओ मदन राग लाया रे.