वतन वालो वतन ना बेच देना: - The Indic Lyrics Database

वतन वालो वतन ना बेच देना:

गीतकार - आनंद बख्शी | गायक - सहगान, रूप कुमार राठौड़ | संगीत - आनंद राज आनंद | फ़िल्म - इंडियन | वर्ष - 2001

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वतन वालो वतन ना बेच देना
ये धरती ये गगन ना बेच देना
शहीदों ने जान दी है वतन के वास्ते
शहीदों के कफ़न ना बेच देनादोस्तों साथियों हम चले दे चले
अपना दिल अपनी जां
ताकि जीता रहे अपना हिन्दुस्तांहम जिये हम मरे इस वतन के लिए
इस चमन के लिए
ताकि खिलता रहे गुल हमेशा यहांदोस्तो साथियो
दोस्तों से मिलो दोस्तों की तरह
दुश्मनों से मिलो दुश्मनों की तरह
जीना क्या मरना क्या बुज़दिलों की तरह
कह रहा ये वतन ये ज़मीं आसमां
माँ ने अपने बेटे दिये नौजवां
सोचकर और क्या
ताकि जीता रहे ...मातृ भूमि का दिल तू नहीं तोड़ना
देश के दुश्मनों को नहीं छोड़ना
मरना जीना तुझे इस वतन के लिए
फ़र्ज़ अपना निभा दे अमन के लिए
नाज़ तुझपे करे ये ज़मीं आसमां
देते हैं ये दुआ
ताकि जीता रहे ...देश के नाम अपनी जवानी लिखी
ये जवानी है क्या ज़िंदगानी लिखी
बस यहां तक की हमने कहानी लिखी
अब लिखो इसके आगे की तुम दास्तां
फ़र्ज़ कर दो अदा
ताकि जीता रहे ...