कोई बता दे दिल है जहाँ, क्यो होता है दर्द वहाँ - The Indic Lyrics Database

कोई बता दे दिल है जहाँ, क्यो होता है दर्द वहाँ

गीतकार - राजेंद्र कृष्ण | गायक - लता मंगेशकर - मोहम्मद रफी | संगीत - चित्रगुप्त | फ़िल्म - मैं चुप रहूंगी | वर्ष - 1962

View in Roman

कोई बता दे दिल है जहाँ
क्यों होता है दर्द वहाँ
तीर चला के ये तो न पूछो
दिल है कहाँ और दर्द कहाँ
जाने रात को आँखों से
नींद कहाँ उड जाती है
अपने घर में गैर को पा कर बेचारी मुड़ जाती है
दिल पर ऐसी क्या गुज़री
घड़ी घड़ी ये घबराए
मैं तो किसी का हो बैठा, ये धड़क धड़क कर समझाए
जब हो ख़लिश सी पहलू में
समझो प्यार ने काम किया
ऐसे प्यार को क्या कहिए के जिसने बेआराम किया