सूरज से जो किरन का नाता - The Indic Lyrics Database

सूरज से जो किरन का नाता

गीतकार - अंजान | गायक - लता - मुकेश | संगीत - राहुल देव बर्मन | फ़िल्म - हंगामा | वर्ष - 1971

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सूरज से जो किरन का नाता
सागर से जो लहरों का
वही है तेरा मेरा रिश्ता
तू जाने या ना जाने
फूल में है जैसे बसती है ख़ुश्बू
तू है बसा मेरे मन में
प्यार है तेरा जीवन मेरा
तू माने या ना माने
पहली बार तुझे देखा तो हम ऐसे सुध-बुध भूले
जैसे सावन की पहली पुरवाई धरती को छू ले
धरती से जो नील गगन का
सावन से पुरवाई का
दो दिन देखा देखी में युग-युग के मन मीत मिले
तुम बोले दो बोल के मुझको जनम जनम के गीत मिले
तार से जो झंकार का नाता
गीतों से जो सरगम का