सुनाएँ हाल-ए-दिल क्या हम हमारा - The Indic Lyrics Database

सुनाएँ हाल-ए-दिल क्या हम हमारा

गीतकार - मधुराजी | गायक - लता | संगीत - वी बलसर | फ़िल्म - मदमस्त | वर्ष - 1953

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सुनाएँ हाल-ए-दिल क्या हम हमारा
मुक़द्दर बन गया दुशमन हमारा
ख़िज़ाँ बनकर उजाड़ा बेरहम ने
यह लहराता हुआ गुलशन हमारा
गिराकर आग बादल की घटा से
जलाता है यह दिल सावन हमारा$