बन के पंछी गाएँ प्यार का तराना - The Indic Lyrics Database

बन के पंछी गाएँ प्यार का तराना

गीतकार - हसरत | गायक - लता | संगीत - शंकर-जयकिशन | फ़िल्म - अनादि | वर्ष - 1959

View in Roman

बन के पंछी गाएँ प्यार का तराना-2
मिल जाए अगर आज कोई साथी मस्ताना-2
तो झूमें ये धरती और झूमे आसमाँ हो
को: बन के पंछी ...

ल: आईं हसीनों की टोलियाँ-2
को: आ हा हा
ल: बोलें पिया-मिलन की बोलियाँ
मंज़िल पे आए कोई नैना मिलाए कोई
भर दे ये उल्फ़त की झोलियाँ
को: मंज़िल पे आए ...
ल: बन के पंछी ...
को: बन के पंछी ...

ल: खेतों पे छाईं जवानियाँ-2
को: आ हा हा
ल: पत्तों पे लिखीं कहानियाँ
फूलों की डाल जैसे रंगीं रुमाल
कोई दे-दे हमें भी निशानियाँ
को: पत्तों पे लिखीं ...
ल: बन के पंछी ...
को: फूलों की डाल ...$