वो ऐ सुबह के कुड़ा निगहबान हो तुम्हारा - The Indic Lyrics Database

वो ऐ सुबह के कुड़ा निगहबान हो तुम्हारा

गीतकार - शकील बदायुँनी | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - मुगल-ए-आजम | वर्ष - 1960

View in Roman

वोह आई सुबहा के परदे से मौत की आवाज़
किसी ने तोड़ दिया जैसे ज़िंदगी का साज़ख़ुदा निगेहबान हो तुम्हारा-२
धड़कते दिल का पयाम ले लो-२
तुम्हारी दुनिया से जा रहें हैं
उठो हमारा सलाम ले लो-२(है वक़्त-ए-रुख़्सत, गले लगा लो
ख़ताएं भी आज बक्ष डालो)-२
बिछड़ने वाले का दिल न तोड़ो
ज़रा मोहब्बत से काम ले लो-२तुम्हारी दुनिया से जा रहें हैं
उठो हमारा सलाम ले लो(उठे जनाज़ा जो कल हमारा
क़सम है तुमको, न देना काँधा)-२
न हो मोहब्बत हमारी रुसवा
ये आँसुओं का पयाम ले लो-२ख़ुदा निगेहबान हो तुम्हारा
धड़कते दिल क पयाम ले लो