घूंघट की आड़ से दिलबर का - The Indic Lyrics Database

घूंघट की आड़ से दिलबर का

गीतकार - समीर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - नदीम, श्रवण | फ़िल्म - हम हैं राही प्यार के | वर्ष - 1993

View in Roman

अलका:(घूँघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है)-२
जब तक ना पड़े आशिक़ की नज़र-२
सिंगार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर काशानू: घूँघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक ना मिले नज़रों से नज़र-२
इक़रार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर काअलका:दिलबर का दिलबर का दिलबर का
शानू: दिलबर का दिलबर का दिलबर काशानू: गोरे मुखड़े से घूँघटा हटाने दे
अलका:घड़ी अपने मिलन की तो आने दे
शानू: मेरे दिल पे नहीं मेरा काबू है
अलका:कुछ नहीं ये चाहत का जादू है
शानू: बढ़ती ही जाती हैं सनम प्यार की ये बेखुदी हो
अलका:दो प्रेमियों के ना मिलने से
संसार अधूरा रहता है
जब तक ना पड़े आशिक़ की नज़र-२
सिंगार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर काशानू: दिलबर का दिलबर का दिलबर का
अलका:हां! दिलबर का दिलबर का दिलबर काअलका:बाग में गुल का खिलना ज़रूरी है
शानू: हाँ मोहब्बत में मिलना ज़रूरी है
अलका:पास आने का अच्छा बहाना है
शानू: क्या करूं मैं कि मौसम दीवाना है
अलका:दिल मेरा धड़काने लगी अब तो ये दीवानगी हो
शानू: बिना किसी यार के जान-ए-जां
ये प्यार अधूरा रहता हैजब तक न मिले नज़रों से नज़र-२
इक़रार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर काअलका:घूँघट की आड़ से दिलबर का
दीदार अधूरा रहता है
जब तक ना पड़े आशिक़ की नज़र
सिंगार अधूरा रहता है
घूँघट की आड़ से दिलबर काशानू: दिलबर का दिलबर का दिलबर का
अलका:हां दिलबर का दिलबर का दिलबर का
शानू: दिलबर का दिलबर का दिलबर का
अलका:हों दिलबर का दिलबर का दिलबर का
शानू: हां दिलबर का दिलबर का दिलबर का
अलका:हां दिलबर का दिलबर का दिलबर का