गोरी चोरी चोरी जाना बुरी बात हैं - The Indic Lyrics Database

गोरी चोरी चोरी जाना बुरी बात हैं

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - हेमंत कुमार | संगीत - हेमंत कुमार | फ़िल्म - एक झलक | वर्ष - 1957

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गोरी चोरी चोरी जाना बुरी बात है
तेरी क़िसमत की चाबी मेरे हाथ हैये लम्बा सफ़र पाँव नाज़ुक तेरे
तेरी राहों मे है ओ गोरी काँटें भरे
तेरा फिर भी मचलना बुरी बात है
तेरी क़िसमत की चाबी मेरे हाथ हैलचकती मटकती तू कहाँ चली
अरि धोख़े हैं दुनिया मे गली गली
हर क़दम पे मुसीबत का साथ है
तेरी क़िसमत की चाबी मेरे हाथ हैतुझको जाना है जा पर ज़रा सोच ले
ऐसा साथी तुझे फिर मिले न मिले
ये मुक़द्दर से हुई मुलक़ात है
तेरी क़िसमत की चाबी मेरे हाथ है