सुनिए तो रुकिए तो - The Indic Lyrics Database

सुनिए तो रुकिए तो

गीतकार - जावेद अख्तर | गायक - अभिजीत | संगीत - जतिन - ललित | फ़िल्म - यस बॉस | वर्ष - 1997

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सुनिए तो रुकिए तो
क्यों हैं ख़फ़ा अरे कहिए तो
ऐसी क्या जल्दी जाने की
दीवाना हूँ माना
सुनिए दीवाने की
ये शाम का दिलकश मंज़र
ये साहिल और समंदर
कहते हैं आप न जाएँ
हम पर ये करम फरमाएँ
सुनिए तो
कहती हैं बलखाती लहरें
आप ज़रा कुछ देर तो ठहरें
इठलाती शोख हवाएं
भीगी रंगीन फ़िज़ाएं
जो आपको देखे जाए
तो सीखे और अदाएं
सुनिए तो
ये ज़ुल्फ़ें जो देखे बादल
सारे बरस बरसे वो बादल