भुल जा ऐ दिल मुहब्बत का फसाना - The Indic Lyrics Database

भुल जा ऐ दिल मुहब्बत का फसाना

गीतकार - शम्स अज़ीमाबाद | गायक - लता मंगेशकर | संगीत - सज्जाद हुसैन | फ़िल्म - खेल | वर्ष - 1950

View in Roman

भूल जा ऐ दिल मुहब्बत का फ़साना
किसी से दिल लगाना
फिर न आयेगा पलट कर वो ज़माना
वो सपना था सुहाना( याद आती हैं तुझे अब
क्यूँ वो रातें प्यार की
और वो बातें प्यार की ) -२
भूल जा उलफ़त के मीठे गीत गानावो सपना था सुहाना
भूल जा ऐ दिल मुहब्बत का फ़साना
किसी से दिल लगानातेरा गुलशन लुट गया -२
तेरा नशेमन जल गया
हाय जल गया
दिन ख़ुशी का ढल गया
अब वो गुलशन है ना अब वो आशियानावो सपना था सुहाना
भूल जा ऐ दिल मुहब्बत का फ़साना
किसी से दिल लगाना( अब तो सारि ज़िन्दगी
आँसू बहाना है तुझे
दिल जलाना है तुझे ) -२
अब कहाँ क़िसमत में तेरी मुस्कुरानावो सपना था सुहाना
भूल जा ऐ दिल मुहब्बत का फ़साना
किसी से दिल लगाना