चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना ... - The Indic Lyrics Database

चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना ...

गीतकार - प्रेम धवन | गायक - गीता दत्त, मुकेश | संगीत - रवि | फ़िल्म - अपना घर | वर्ष - 1960

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चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली न जाना
लुभाता है मुझको ये मौसम सुहाना
मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना

लिपट जाएगा कोई बेबाक झोका
जवानी की रौ में ना आँचल उडाना
मेरे वास्ते तुम परेशा न होना
मुझे खूब आता है दामन बचाना
मुझे खूब आता है दामन बचाना
मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना

चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना

खुली वादियों में अकेली न जाना
घाटा भी कभी चूम लेती है चेहरा
समझ सोच कर रुख से ज़ुल्फ़े हटाने
घटा मेरे नज़दीक आकर तो देखें
इन आँखों ने सीखा है बिजली गिराने
इन आँखों ने सीखा है बिजली गिराने
मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना

चुरा ले ना तुमको ये मौसम सुहाना
खुली वादियों में अकेली न जाना
मैं जाउंगी तुम मेरे पीछे न आना
खुली वादियों में अकेली न जाना.