कल रात बज़्म में जो मिला गुलाबदान सा था - The Indic Lyrics Database

कल रात बज़्म में जो मिला गुलाबदान सा था

गीतकार - मोहसिन नकवीक | गायक - गुलाम अली | संगीत - गुलाम अली | फ़िल्म - जुनून (गैर फिल्म) | वर्ष - 1993

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कल रात बज़्म में जो मिला गुलबदन सा था
ख़ुश्बू से उसके लफ़्ज़ थे चेहरा चमन सा थादेखा उसे तो बोल पड़े उसके ख़त्ब-ओ-खाल
पूछा उसे तो चुप सा रहा कम-सुखन सा थातन्हाइयों की रुत में भी लगता था मुतमइन
वो शख़्स अपनी ज़ात में इक अंजुमन सा थावो सादगी पहन के भी दिल में उतर गया
उसकी हर इक अदा में अजब भोल पन सा था