जैसा जिसके यार का चेहरा किसी को अपना बन ले - The Indic Lyrics Database

जैसा जिसके यार का चेहरा किसी को अपना बन ले

गीतकार - निदा फाजली | गायक - सहगान, सबरी ब्रदर्स | संगीत - आदेश श्रीवास्तव | फ़िल्म - | वर्ष - 2000

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जैसा जिसके यार का चेहरा
वैसा ही संसार का चेहरा
किसी को अपना बना ले
हां किसी को अपना बना ले या किसी का हो जा
हो खुद को पाना है तो फिर राह-ए-वफ़ा में खो जा
किसी का बन जा बन जा किसी का हो जा हो जा
अपना बना ले किसी को किसी को अपना बना ले
या किसी का हो जा
किसी का बन जा ...गीत के वास्ते रागनी चाहिये
राह तरीक़ है रोशनी चाहिये
होश के वास्ते मयकशी चाहिये
है तलब अपनी अपनी सभी को यहां
दर्द-ए-दिल के लिए आशिक़ी चाहिये
इश्क़ ही मूरत मूरत
इश्क़ ही सूरत सूरत
इश्क़ ही क़ुदरत क़ुदरत
इश्क़ ही किस्मत किस्मत
दिल है तो दिल के वास्ते दिलदार चाहिये
मुश्किल है प्यार पाना मगर प्यार चहिये
अक्ल के धोखे में मत आना अक्ल को होश नहीं
क्या वो मयकश है हो मयखाने में मदहोश नहीं
हो ढूंढ ले कोई आँख नशीली
हां ढूंढ ले कोई आँख नशीली
मस्त नशे में हो जा
किसी का बन जा ...फूल बिना गुलज़ार अधूरा जाम बिना मयख्वार अधूरा
ताज़ बिना दरबार अधूरा यार बिना संसार अधूरा
आधी धरती आधा अम्बर ये भी अधूरा वो भी अधूरा
दोनों के मिल जाने से ही होता है संसार ये पूरा
हर सफ़र के लिए हमसफ़र चाहिये
हर मुसाफ़िर को इक रहगुज़र चाहिये
ज़िंदगी के लिए ज़िंदगी की कसम
प्यार जिसमें हो ऐसी नज़र चाहिये
हो जीवन धूप कड़ी है कड़ी है
ज़ुल्फ़ों की छांव में सो जा
किसी का बन जा ...