मेरा सुन्दर सपन बीत गया - The Indic Lyrics Database

मेरा सुन्दर सपन बीत गया

गीतकार - राजा मेहदी अली खान | गायक - गीता | संगीत - एस डी बर्मन | फ़िल्म - दो भाई | वर्ष - 1947

View in Roman

मेरे हाल पर बेबसी रो रही है

मेरे हाल पर बेबसी रो रही है

ज़हे ज़िन्दगी, ज़िन्दगी रो रही है

अजब हाल में है मेरी ज़िन्दगानी

कि ग़म हँस रहे हैं ख़ुशी रो रही है

मेरी आरज़ू भी कोई आरज़ू है

अभी हँस रही थी अभी रो रही है

कोई मिट चुका है कोई मिट रहा है

मगर रोनेवाली अभी रो रही है

नहीं कोई दुनिया में साथी किसी का

चमन हँस रहा है कली रो रही है

मेरे हाल पर