इक अजनबी सा एहसास शायद यहि तो प्यार है - The Indic Lyrics Database

इक अजनबी सा एहसास शायद यहि तो प्यार है

गीतकार - समीर | गायक - लता मंगेशकर, अदनान सामी | संगीत - अदनान सामी | फ़िल्म - लकी - नो टाइम फॉर लव | वर्ष - 2005

View in Roman

अ:इक अजनबी सा एहसास दिल को सताये
शायद यही तो प्यार है
ल: बेताबियों में धड़कन मेरी चैन पाये
शायद यही तो प्यार है
अ:कुछ भी कहो ना कुछ भी सुनो ना फिर भी
बेचैन दिल है हमारा
बहके क़दम हैं मुश्किल में हम हैं देखो
सँभले भला कैसे यारा
ल: चाहे बिना ही नज़दीक हम चले आए
शायद यही तो प्यार हैल: नज़रें बिछा दें पहरे लगा दें दिल पे
पर दिल किसी की न माने
अ:काँटों पे चलके शोलों में जलके रोकें
मिलके रहेंगे दीवाने
ल: चाहत की लौ तो आँधियों में भी झिलमिलाये
शायद यही तो प्यार हैअ:ये मुलाक़ातें ये तेरी आके बातें
इक पल न मैं भूल पाऊँ
ल: इतनी मोहाबत है कितनी चाअहत तुम से
कैसे भला मैं बताऊँ
अ:अच्छा लगे जो तू साअम्ने मुस्कुरायें
शायद यही तो प्यार है
ल: इक अजनबी सा एहसास दिल को सताये ...