सुन री सखी, मेरी प्यारी सखी - The Indic Lyrics Database

सुन री सखी, मेरी प्यारी सखी

गीतकार - पी के मिश्रा | गायक - हरिहरन | संगीत - ए. आर. रहमान | फ़िल्म - हम से है मुक़ाबला | वर्ष - 1995

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सुन री सखी, मेरी प्यारी सखी
ये दिल कहीं खोया है मेरा
जाने कहाँ इसे भूल गया नहीं
कुछ भी है मुझको पता
तेरी पायल में मैंने ढूंढ लिया
तेरे कदमो तले सजनी
प्यार किया तो जान गया ये
मुश्किल है कितनी
मेरी साँसो में तेरा प्यार बसा
आँखों में तुम्ही सजनी
सुन री सखी, मेरी प्यारी सखी
ये दिल कहीं खोया है मेरा
कैसे तुझे इज़हार करूँ मैं हालत इस दिल की
तन में मन में इस धड़कन में हो रही हलचल सी
देखे बिना तुझे लगती है एक युग सी एक घडी
सब नजरे जो देख रही मेरे दिल में दहशत सी
ये स्वर्ग है या नरक है अब मुझको होश नहीं
मेरी ज़िन्दगी और मौत है अब हाथ में तेरे ही
सुन रे सखी मेरी प्यारी सखी
ये दिल कहीं खोया है मेरा
कोयलिया तू कह दे तो तुझे गीत सुनाऊँ मैं
नागमणी तेरी नागिन सी जुल्फों को सवारूँ मैं
चंद्रमुखी तुझे नींद नहीं तो लोरी सुनाऊँ मैं
ठंडी हवा नहीं लग जाए तुझे चुनरी ओढ़ाऊँ मैं
मेरे प्यार की जो बात है कानो में बताऊँ मैं
तेरे कदमो के जो निशान है यादों में बसाऊँ मैं
सुन रे सखी मेरी प्यारी सखी
ये दिल कहीं खोया है मेरा