मेरा हुस्न लूटने आया - The Indic Lyrics Database

मेरा हुस्न लूटने आया

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - जोहरा बाई, टी ए मोती, सहगान | संगीत - NA | फ़िल्म - चंद्रलेखा | वर्ष - 1948

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मेरे दिल में आवो और बस जावो

मेरे दिल में आवो और बस जावो

आ के फिर ना जाना

मुझे न सताना गुइया

मुझे न रुलाना

कर के कुछ बहाना

मेरे दिल में आवो और बस जावो

आ के फिर ना जाना

ओ ओ

बादल घिरघिर आये क्यूँ

कोयल गीत सुनाये क्यूँ

कली भी खिलखिल जाये क्यूँ

बुलबुल ऐसे गाये क्यूँ

गाये क्यूँ

मेरे दिल में आवो और बस जावो

आ के फिर ना जाना

ओ ओ

पंछी खेलें आँखमिचोली

बातें कर के भोलीभोली

अपनी बना कर टोलीटोली

बोलत हैं सब प्यार की बोली

प्यार की बोली

मेरे दिल में आवो और बस जावो

आ के फिर ना जाना

मुझे न सताना गुइया

मुझे न रुलाना

कर के कुछ बहाना

मेरे दिल में आवो और बस जावो

आ के फिर ना जाना