शामा से कोई कह दे की तेरे रहते - The Indic Lyrics Database

शामा से कोई कह दे की तेरे रहते

गीतकार - जी एस नेपाली | गायक - मुकेश, सुमन कल्याणपुर | संगीत - एस मोहिंदर | फ़िल्म - जय भवानी | वर्ष - 1961

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मु: शमा से कोई कह दे कि तेरे रहते-रहते अँधेरा हो रहा
कि तुम हो वहाँ तो मिलने को यहाँ पतंगा रो रहा
सु: सितारो उनसे कहना नज़ारों उनसे कहना सज़ा हो रही
कि तुम हो वहाँ तो मिलने को यहाँ शमा रो रही
सितारो उनसे कहना ...मु : तड़पता प्यार कि हो दीदार मगर दीवार हमें रोके
सु : शमा ऐसे जले जैसे पतंगे से ( जुदा हो के ) -२
मु : दुहाई देते-देते जुदाई सहते-सहते अन्धेरा हो रहा
कि तुम हो वहाँ ...बँधी ज़ंजीर मगर बेपीर तेरी तस्वीर नहीं जाती
सु : सितम की बात सहें हम घात मिलन की रात ( नहीं आती ) -२
मु : कि आहें भरते-भरते तड़प के मरते-मरते अँधेरा हो रहा
कि तुम हो वहाँ ...