हाय रे हाए ये मेरे हाथ में तेरा हाथ मेरी जान बल्ले बल्ले - The Indic Lyrics Database

हाय रे हाए ये मेरे हाथ में तेरा हाथ मेरी जान बल्ले बल्ले

गीतकार - एस एच बिहारी | गायक - मोहम्मद रफ़ी, आशा भोंसले | संगीत - ओपी नैय्यर | फ़िल्म - कश्मीर की कली | वर्ष - 1964

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रफ़ी: हाए रे हाए, ये मेरे हाथ में तेरा हाथ, नए जज़्बात,
मेरी जाँ बल्ले बल्ले!
आशा: ओए ओए होए ओए ओए ओए
हाए रे हाए, यही जज़्बात रहें दिन रात, तो फिर क्या बात,
मेरी जाँ बल्ले बल्ले!
रफ़ी: ओ ओए होए ओए ओए ओएरफ़ी: ओ ओ ओए
जब से दिल में तेरी तस्वीर बनी है
यूँ लगता है जैसे तक़दीर बनी है
आशा: ओ ओ ओए
जब से तू इस दिल का मेहमान हुआ है
जीवन में ख़ुशियों का सामान हुआ है
रफ़ी: जितनी दूर नज़र मैं डालूँ चारों ओर बहार है!
आशा: हाए रे हाए,
यही जज़्बात रहें दिन रात ... मेरी जाँ बल्ले बल्ले!
रफ़ी: ओए ओए होए ओए ओए ओएरफ़ी: ओ ओ ओए
तेरे घर शहनाई जिस रात बजेगी,
तेरी मेरी जोड़ी क्या ख़ूब सजेगी
आशा: ओ ओ ओए
पूरे होंगे दिल के अरमान हमारे
आँचल में भर लेंगे हम चाँद सितारे
रफ़ी: तेरे आगे चाँद सितारे, ओ गोरी, क्या चीज़ है?
आशा: हाए रे हाए,
यही जज़्बात रहें दिन रात ... मेरी जाँ बल्ले बल्ले!
रफ़ी: ओए ओए होए ओए ओए ओएरफ़ी: ओ ओ ओए
तेरी सूरत प्यारी, अरे, जो भी देखे,
सच कहता हूँ अपना ईमान ही खो दे
आशा: ओ ओ ओए
तेरी आँखों में भी, अरे, वो जादू है
जब से आँख मिली है, दिल बेक़ाबू है
रफ़ी: ख़ुद को खो कर तुझको पाया, क्या मेरी तक़दीर है!
आशा: हाए रे हाए,
यही जज़्बात रहें दिन रात ... मेरी जाँ बल्ले बल्ले!रफ़ी: ओए ओए होए ओए ओए ओए
हाए रे हाए, ये तेरे हाथ में मेरा हाथ, नए जज़्बात
मेरी जाँ बल्ले बल्ले!
आशा: ओए ओए होए ओए ओए ओए
हाए रे हाए, यही जज़्बात रहें दिन रात, तो फिर क्या बात!
मेरी जाँ बल्ले बल्ले!