दिल है की धड़कता रहता हैं - The Indic Lyrics Database

दिल है की धड़कता रहता हैं

गीतकार - हसरत जयपुरी | गायक - मोहम्मद रफ़ी | संगीत - शंकर, जयकिशन | फ़िल्म - जहाँ प्यार मिले | वर्ष - 1969

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( दिल है कि धड़कता रहता है
बेचैन नज़र हो जाती है
जब कोई मोहब्बत करता है
दुनिया को ख़बर हो जाती है ) -२
दिल है कि धड़कता रहता है( ये नीची नज़र है सबसे बुरी
चलती है जिगर पे जैसे छुरी ) -२
कोई लाख मोहब्बत को रोके
ये चीज़ मगर हो जाती हैदिल है कि धड़कता रहता है
बेचैन नज़र हो जाती है
जब कोई मोहब्बत करता है
दुनिया को ख़बर हो जाती है
दिल है कि धड़कता रहता है( अरमान दिलों का निकले ज़रा
पलकों के लरज़ते पर्दे उठा ) -२
बदनामी का ग़म अब कौन करे
होने दो अगर हो जाती हैदिल है कि धड़कता रहता है
बेचैन नज़र हो जाती है
जब कोई मोहब्बत करता है
दुनिया को ख़बर हो जाती है
दिल है कि धड़कता रहता है( नज़रों में वोही ख़ाबों में वोही
ऐसा न करेगा प्यार कोई ) -२
उस रात का आलम मत पूछो
जो रात बसर हो जाती हैदिल है कि धड़कता रहता है
बेचैन नज़र हो जाती है
जब कोई मोहब्बत करता है
दुनिया को ख़बर हो जाती है
दिल है कि धड़कता रहता है