हो चंद चमका अँधेरे में आज हैं - The Indic Lyrics Database

हो चंद चमका अँधेरे में आज हैं

गीतकार - पं. मधुर | गायक - शमशाद बेगम | संगीत - गुलाम हैदर | फ़िल्म - हुमायूं | वर्ष - 1945

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ह ह ह ह ह
हो चाँद चमका -२
( हो चाँद चमका
हो चाँद चमका अन्धेरे में आज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है ) -२ओ तेरा भाग तुझपे दीवाना रहे -२
के घर-घर में तेरा तराना रहे -२
ओ हो झुका सिर आज सारा ज़माना रहे -२ओ मेरे मुन्ने राजा
ओ मेरे भोले राजा
ओ मेरे मुन्ने राजा
इस प्यारे वतन की तू लाज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
हो चाँद चमका
हो चाँद चमका अन्धेरे में आज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज हैहो शमा तेरी सूरज से बढ़कर रहे -२
के सारी दुनिया का तू अकबर रहे
हो
के सारी दुनिया का तू अकबर रहे
ओ हो
हिन्दू-मुस्लिम का पल्ला बराबर रहे -२ओ मेरे मुन्ने राजा
ओ मेरे भोले राजा
ओ मेरे मुन्ने राजा
इस प्यारे वतन का तू ताज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
हो चाँद चमका
हो चाँद चमका अन्धेरे में आज है
हो मेरे राजा का जंगल में राज है
हो चाँद चमका