सारी खुदाई रुठे यार नुं मना ले - The Indic Lyrics Database

सारी खुदाई रुठे यार नुं मना ले

गीतकार - साबरी ब्रदर्स | गायक - अदनान सामी, साबरी ब्रदर्स | संगीत - साजिद वाजिद | फ़िल्म - चोरी चोरी | वर्ष - 2002

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सारी ख़ुदाई छूट जाए या सारा ज़माना छूठे
रब रूठे ते रूठ जाए प्यार कभी ना रूठे
हूं रूठे यार नूं मना ले कमल्या
के रब आपे मन जावेगा
रूठे यार नूं ...जब यार जुदा हो जाता है जब यार खफ़ा हो जाता है
मांगो तो मौत नहीं मिलती जीना भी सज़ा हो जाता है
ये जीना भी क्या जीना है तू और कहीं तेरा यार कहीं
तेरा यार ही तेरा सब कुछ है जब यार नहीं तो कुछ भी नहीं
रूठे यार नूं ...ओ ओ दीवाने दिल विच अपने इश्क़ दी जोत जगा ले
ओ दीवाने दीवाने ओ दीवाने दीवाने ओ दीवाने
यार बिना तो जग सूना है चल उठ यार मना ले
रूठे यार नूं ...अल्ला
हूं ये है दरिया प्रेम का इसकी उल्टी ढाल
ये है दरिया हो दरिया ये है दरिया दरिया दरिया ये है दरिया
जो उतरा सो डूब गया और जो डूबा सो पार
रूठे यार नूं ...यार नू मना ले रूठे यार नू मना ले
उससे बिछड़ते वक़्त अगर तू मिला नहीं
फिर तेरे दर्द-ए-इश्क़ की कोई दवा नहीं
सच बात ये है इश्क़ है कुदरत का फ़ैसला
इस फ़ैसले के बाद कोई फ़ैसला नहीं
रूठे यार नूं ...