अपने ना हो साके जो दिल का करार हो करो - The Indic Lyrics Database

अपने ना हो साके जो दिल का करार हो करो

गीतकार - पदतौ लखनवी | गायक - नूरजहां, जीनत बेगम | संगीत - श्यामसुंदर | फ़िल्म - भाईजान | वर्ष - 1945

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अपने न हो सके जो दिल का क़रार हो कर
आँखों में बस गये हैं रंग-ए-बहार हो करपहले न ये ख़बर थी है मौत दिल का आना
जो फूल खिल रहा था खटका वो ख़ार हो करहम दिल में दफ़्न कर के सब मुर्दा हसरतों को
ख़ामोश जल रहे हैं शम्म-ए-मज़ार हो कर