एक बस तुउ ही नहीं मुझसे कफा हो बैठा - The Indic Lyrics Database

एक बस तुउ ही नहीं मुझसे कफा हो बैठा

गीतकार - फरहत शहजादी | गायक - मेहदी हसन | संगीत - मेहदी हसन | फ़िल्म - कहना उसे (गैर-फिल्म) | वर्ष - 1984

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एक बस तू ही नहीं मुझसे ख़फ़ा हो बैठा
मैंने जो संग तराशा था ख़ुदा हो बैठाउठ के मंज़िल ही अगर आये तो शायद कुछ हो
शौक़-ए-मंज़िल तो मेरा आब्ला-पा हो बैठामसलह्त छीन ली क़ुव्वत-ए-ग़ुफ़्तार मगर
कुछ न कहना ही मेरा मेरी ख़ता हो बैठाशुक्रिया ऐ मेरे क़ातिल ऐ मसीहा मेरे
ज़हर जो तूने दिया था वो दवा हो बैठाजान-ए-शहज़ाद को मिन-जुम्ला-ए-आदा पा कर
हूक वो उट्ठी कि जी तन से जुदा हो बैठा