इस आसमान की थाह नहीं पंछी तेरी कुछ कटा नहीं - The Indic Lyrics Database

इस आसमान की थाह नहीं पंछी तेरी कुछ कटा नहीं

गीतकार - जय वर्मा | गायक - कृष्णा | संगीत - डब्बू मलिक | फ़िल्म - मैं - एक भारतीय होने पर गर्व है | वर्ष - 2003

View in Roman

इस आसमाँ की थाह नहीं
कितने हैं जहाँ ये पता नहींनि द रे सा रे सा रे सा रे सा रे
नि द रे सा रे सा रे सा
नि द रे सा रे सा रे सा रे सा रे
नि द रे सा रे सा रे सा( इस आसमाँ की थाह नहीं
थाह नहीं बे थाह नहीं
कितने हैं जहाँ ये पता नहीं
पता नहीं बे पता नहीं ) -२शिद्दत से उड़ा ज़िद्दी थी हवा
पंछी तेरी कुछ
( ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं
बे ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं ) -२हो
( ये नफ़ा ज़फ़ा कुछ जाने नहीं
तूफ़ाँ को भी पहचाने नहीं ) -२आँचल की फ़िराक़ में फिरता है
ये आप ही आग़ में जलता है
( ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं
बे ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं ) -२इस आसमाँ की थाह नहीं
थाह नहीं बे थाह नहीं
कितने हैं जहाँ ये पता नहीं
पता नहीं बे पता नहींनि गा रे मा रे मा रे मा -३
पा मा मा मा रे रे सा
नि गा रे मा रे मा रे मा -३
पा मा मा मा रे रे साआ( पर बंधे हुए ज़ंजीरों से
रिसता है दर्द लक़ीरों से ) -२छालों का लहू है तेरा वज़ू
क्या माँग रहा तक़दीरों से( ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं
बे ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं ) -२आसमाँ की थाह नहीं
थाह नहीं बे थाह नहीं
कितने हैं जहाँ ये पता नहीं
पता नहीं बे पता नहींशिद्दत से उड़ा ज़िद्दी थी हवा
पंछी तेरी कुछ
( ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं
कुछ पता नहीं अब सता नहीं ) -२( ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं
बे ख़ता नहीं बे ख़ता नहीं ) -३