परशान था परशान है ये दिल कामबक्त दिल मेरा अब्दुल शकूर - The Indic Lyrics Database

परशान था परशान है ये दिल कामबक्त दिल मेरा अब्दुल शकूर

गीतकार - फैय्याज हाशमी | गायक - अब्दुल शकूर | संगीत - | फ़िल्म - गैर फिल्म | वर्ष - 1940s

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परेशाँ था, परेशाँ है
ये दिल कम्बख़्त दिल मेरा
हाए दिल मेरा
परेशाँ था, परेशाँ हैमेरे गुल्शन के गुल सारे
खिले इक पल न बेचारे
कभी इन पर बहार आए
ये अरमाँ था, ये अर्माँ हैजो मर्हम काम कर जाता
तो कोई ज़ख़्म भर जाता
मेरे ज़ख़्मों पे मर्हम का
न एह्साँ था, न एह्साँ है