दुनिया मेरी आबाद है जिस राहत ए जान से - The Indic Lyrics Database

दुनिया मेरी आबाद है जिस राहत ए जान से

गीतकार - | गायक - मेहदी हसन | संगीत - | फ़िल्म - मेहदी हसन का गोल्डन ग्रेटेस्ट (गैर-फिल्मी) | वर्ष - 1994

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दुनिया मेरी आबाद है जिस राहत-ए-जाँ से
देता हूँ दुआएं उसे धड़कन की ज़ुबाँ सेहैरत से वफ़ाएं मेरा मुँह देख रही हैं
शीशे का ख़रीदार है पत्थर की दुकाँ सेऐसा वो कहाँ जैसा ग़ज़ल में नज़र आये
सब हुस्न है उसका मेरे अंदाज़-ए-बयाँ सेदी उम्र ने मुजह्को ग़म-ए-जानाँ से रिहाई
दिल अपना बहल जाता है तस्वीर-ए-बुताँ से