रहते हो अब तो हर घडी मेरी नज़र के सामने - The Indic Lyrics Database

रहते हो अब तो हर घडी मेरी नज़र के सामने

गीतकार - | गायक - गीता दत्त, मुकेश | संगीत - नशद | फ़िल्म - टूटे तारे | वर्ष - 1948

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गी : रहते हो अब तो हर घड़ी मेरी नज़र के सामने
( मेरी नज़र के ) -२ सामने
मु : आँखों से दिल में आ गए दिल से नज़र के सामने
( दिल से नज़र के ) -२ सामने
दो : रहते हो अब तो ...मु : फूलों में हँस रहे हो क्या
गी : ख़ुश्बू में बस रहे हो क्या -२
मु : आँखें बिछा रहे हैं हम
गी : आओ नज़र के सामने
मु : आओ नज़र के
दो : आओ नज़र के सामने
रहते हो अब तो ...मु : आईने में चिराग़ में
गी : तारों में महताब में
मु : किस-किस तरह से आए हो
गी : मेरी नज़र के सामने
मु : मेरी नज़र के सामने
दो : मेरी नज़र के सामने
रहते हो अब तो ...गी : नज़रों में मेरी आईना
मु : आईने पे नज़र मेरी
गी : दोनों नज़र से दूर-दूर
दो : दोनों नज़र से दूर-दूर
दोनों नज़र के सामने -३
रहते हो अब तो ...