चाहत मेरी रंग लाई टू मैं पागल सी होने लगी - The Indic Lyrics Database

चाहत मेरी रंग लाई टू मैं पागल सी होने लगी

गीतकार - फैज़ अनवर | गायक - कुमार शानू, अलका याज्ञनिक | संगीत - अनु मलिक | फ़िल्म - हलचल | वर्ष - 1995

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अ : चाहत मेरी रंग लाई तो -२ मैं पागल सी होने लगी
कु : पहली दफ़ा इस दिल में भी हलचल सी होने लगी -२
अ : आके तेरी इन बाहों में -२
कु : तू दुल्हन सी होने लगी
अ : पहली दफ़ा इस दिल में ...अ : कल भी ये दुनिया नज़ारे लिए थी बहारों का मौसम भी था
कु : कल भी सजा था चाँद गगन पे सितारों क आलम भी था
अ : आज फिर क्यूँ सब कुछ नया लगने लगा है मुझे
कु : और पास आजा ओ जान-ए-मन जी भरके देखूँ तुझे
अ : तीर-ए-नज़र ऐसा चला -२ मैं घायल सी होने लगी
कु : पहली दफ़ा इस दिल में ...हर बात दिल की कह दी है तुमसे कुछ भी छिपाया नहीं
अ : साथ रहोगे कब तक मेरे ये तो बताया नहीं
कु : साथ साथ रहना हमें अब न जुदा होंगे हम
अ : जान से भी प्यारी लगे तेरी वफ़ा ओ सनम
कु : तेरे लिए अब ज़िन्दगी -२ मुश्किल सी होने लगी
अ : पहली दफ़ा इस दिल में ...