बाग लगा दुन सजनी - The Indic Lyrics Database

बाग लगा दुन सजनी

गीतकार - पंडित इंद्र | गायक - के एल सहगल | संगीत - खेमचंद प्रकाश | फ़िल्म - तानसेन | वर्ष - 1943

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बाग़ लगा दूँ सजनी (२)
तोरे नैनन माणी गेहरी (२)
सुन्दर सुधर सलोनी
बाग़ लगा दूँ सजनी (२)तुम बसंत हो तुम बहार हो (२)
तुम ही गीत हो तुम पुकार हो (२)
तुम कोयल तुम कूक हमारी (२)
गीत सुना मधुबयनी
बाग़ लगा दूँ सजनी (२)रंग बिरंगे फूल खिलेंगे (२)
बन के पंछी गले मिलेंगे (२)
दुल्हन बनकर कलियां हँसती (२)
देख देख मृगनयनी
बाग़ लगा दूँ सजनी (२)