इश्क दा छल्ला हाय इश्क दा छल्ला - The Indic Lyrics Database

इश्क दा छल्ला हाय इश्क दा छल्ला

गीतकार - समीर | गायक - अलका याज्ञनिक, उदित नारायण, स्नेहा पंत | संगीत - आदेश श्रीवास्तव | फ़िल्म - सूर्य | वर्ष - 2003

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को : इश्क़ दा छल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला -२
अ : इश्क़ दा छल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला
हाय मोरे अल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला
को : छ छ छ छ छलल छलल छलअ : इसे पहन के मन ललचाया
को : हो ओ ओ ओ -३
अ : राज़ ये मैने कबसे छुपाया
को : हो ओ ओ ओ -३
अ : हो इसे पहन के मन ललचाया
राज़ ये मैने कबसे छुपाया
हाय जान गया कब सारा मोहल्ला हो
को : इश्क़ दा छल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला
अ : हाय मोरे अल्ला हाय सुभान अल्लाउ : ओ हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
को : हे हे
उ : मोतियों की चूड़ी सोने का कँगना
तेरे घर आएगा लेके सजना
ख़ुशबुओं की डोली फूलों का गहना
तेरे घर आएगा लेके सजना
को : इश्क़ दा छल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला
हाय मोरे अल्ला हाय इश्क़ दा छल्लाको : तूम तूम तनना तनन तनाना
तिड़िकिड़धा -४
तनन तनन नाना
तिड़िकिड़धा -२
( तनन तनन ना
तिड़िकिड़धा -२ ) -२
स्ने : इश्क़ दा छल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला
हाय मोरे अल्ला हाय इश्क़ दा छल्लाउ : तेरी माँग में चाँद-तारे भर देगा
हो तेरे नाम ज़िन्दगानी कर देगा
तेरी माँग में चाँद-तारे भर देगा
तेरे नाम ज़िन्दगानी कर देगा
आँखों में हँसेगा काजल पैरों में बजेगी पायल
हो तुझे देख के पहली नज़र में हो जाएगा वो घायल
को : होय होय होय होय होय-होय
उ : अरे ढोलकी बजेगी नाचेगा अँगना
ख़ुशबुओं की डोली फूलों का गहना
तेरे घर आएगा तेरा सजना
को : इश्क़ दा छल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला
हाय मोरे अल्ला हाय इश्क़ दा छल्लाअ : ये खेल है सब तक़दीरों का कोई रोये कोई मुस्काए
क्या दर्द छुपा किसके दिल में कोई भी समझ ना पाए
दुनिया में सबकी बनाये रब जोड़ी
को : हा आ आ हा आ आ
अ : कोई ना जाने सजाए कब जोड़ी
दुनिया में सबकी बनाये रब जोड़ी
कोई ना जाने सजाए कब जोड़ी
अब गूँजेगी शहनाई मिट जाएगी तनहाई
ये सोच के देखो सखियों दुल्हन की नज़र शरमाई
उ : मान ले दीवानी तू इसका कहना
मोतियों की चूड़ी सोने का कँगना
तेरे घर आएगा लेके सजना
को : ( इश्क़ दा छल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला
हाय मोरे अल्ला हाय इश्क़ दा छल्ला ) -३