तुम बृज के दुलारे मोहन पे जौन वारी वारी - The Indic Lyrics Database

तुम बृज के दुलारे मोहन पे जौन वारी वारी

गीतकार - पं अनुज | गायक - परशुराम | संगीत - मास्टर कृष्णराव | फ़िल्म - गोपाल कृष्ण | वर्ष - 1938

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तुम ब्रिज के दुलारे
मोहन पे जाउँ वारी वारी
छबि न्यारी सुध है निराली
मेरे मोहन की लीला है न्यारीतुम ब्रिज के दुलारे -२
मोहन पे जाउँ वारी वारी
छबि न्यारी सुध है निराली
मेरे मोहन की लीला है न्यारी( कहूँ ग्वाल बाल बोले
कहूँ प्रतिपाल बोले
कहूँ
प्रतिपाल बोले ) -२
नटवर छलिया भारी -२तुम ब्रिज के दुलारे
मोहन पे जाउँ वारी वारी
छबि न्यारी सुध है निराली
मेरे मोहन की लीला है न्यारी( जमुना के जल में
गोपालों के दल में
सबमें समाया ) -२
तेरो अंत नहीं पाया तोरी लीला बलिहारी -२तुम ब्रिज के दुलारे
मोहन पे जाउँ वारी वारी
छबि न्यारी सुध है निराली
मेरे मोहन की लीला है न्यारीतुम ब्रिज के दुलारे -३
मोहन पे
मुरलीवाले पे
नंदलाला की लीला है न्यारीतुम ब्रिज के दुलारे
मोहन पे जाउँ वारी वारी
छबि न्यारी सुध है निराली
मेरे मोहन की लीला है न्यारी