मेरा दिल तोड़ने वाले मेरे दिल की दुआ लेना - The Indic Lyrics Database

मेरा दिल तोड़ने वाले मेरे दिल की दुआ लेना

गीतकार - शकील | गायक - मुकेश, शमशाद | संगीत - नौशाद | फ़िल्म - मेला | वर्ष - 1948

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मेरे बस की बात जो होती

मेरे बस की बात जो होती

मैं बदली बन जाती

बदली बन कर नाच दिखाती

नीले नीले अम्बर पर

कभी बरसती खेतों पर

कभी बरसती मंदर पर

बुन्दें बनकर बरखावाली

बदली में छन जाती

मेरे बस की

सूखे पेड़ इरे कर देती

मोतियों से जंगल भर देती

कड़ी धूप में चादर बनकर

दुनियाअपर तन जाती

मेरे बस की