सुन राजा शादी लड्डू मोतीचुर का: - The Indic Lyrics Database

सुन राजा शादी लड्डू मोतीचुर का:

गीतकार - रानी मलिक | गायक - अलका याज्ञनिक, पूर्णिमा | संगीत - आनंद राज आनंद, प्रदीप-एजाज़ | फ़िल्म - होते होते प्यार हो गया | वर्ष - 1999

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ओ आ सुन सुन सुन सुन
सुन राजा शादी लड्डू मोतीचूर का
मोतीचूर का
जो खाए पछताए जो न खाए पछताए
सुन राजा शादी ...कुछ दिन का मेला है फिर तो झमेला है दीवानों
कोई देखे परी कोई ख़्वाब हूर का
दिल आए पछताए नहीं आए पछताए
सुन राजा शादी ...डोलेगा डगमग तेरा प्रेम झूला
जब सामने आएगा चक्की चूल्हा
ये नाज़ नखरे तो कुछ दिन रहेंगे
फिर तुम लड़ोगे पड़ोसी सुनेंगे
कुछ दिन का मेला ...अरे अरे शादी तो है वो lotteryवो lottery
जो लगे पछताए जो न लगे पछताए
सुन राजा शादी ...टेढ़ा मेढ़ा रस्ता है ये सीधा नहीं शादी रे
पंछी आज़ाद बन जाए क़ैदी रे
सुन सुन सुन सुन
दो चार दिन तो निभाना पड़ेगा
गले पड़ा ढोल है बजाना पड़ेगा
जब जब किसी की अकल जाए मारी
करता है शादी की फिर वो तैयारी
कुछ दिन का मेला ...अरे अरे शादी तो वो गीत है वो गीत है
जो गाए पछताए जो न गाए पछताए
सुन राजा शादी ...मेहंदी की खुश्बू को पह्चानते हैं
सिंदूर का मोल हम जानते हैं
आता है हर इक वचन को निभाना
जां दे के रिश्तों की कीमत चुकाना
कुछ दिन का मेला ...फूलों से महकी हुई है ये हथकड़ी ये हथकड़ी
जिसे लगे पछताए नहीं लगे पछताए
सुन राजा शादी ...